Dr. Vijay Agrawal

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मरना भी महंगा है जहाँ

अमेरिका के लास एंजलिस में हालीवुड के नामी-गिरामी एक्टर और एक्ट्रेस ही नहीं रहते, रामजी भाई पटेल भी रहते हैं। मझोले कद के रामजी भाई पटेल- सिर घुटा हुआ, गाल थोड़े से उभरे हुए और चमकती हुई चौकन्नी आँखें। मुझे उनकी बातें सुनने में म्यूजिक जैसा सुख मिलता था, वे गुजरातीनुमा अंग्रेजी जो बोलते थे। अभी वे साठ के ही हुए होंगे कि उन्होंने खुद को पूरी तरह दूसरों के हाथों सौंप दिया है। आप उनके घर फोन करके पूछिये कि ‘रामजी भाई कहाँ हैं?’ तो आपको उत्तर मिलेगा, ‘वे फ्यूनरल (अंतिम संस्कार) में गये हुए हैं।’ अफसोस जताते हुए आप फोन रख देंगे। लेकिन यदि आपको रोजाना यही सुनने को मिले कि ‘फ्यूनरल में गये हुए हैं’ तो इस उत्तर के प्रति शक जताने का अधिकार तो आपका बन ही जाता है।लेकिन इस उत्तर के प्रति शक जताना रामजी भाई के प्रति घोर अन्याय करना होगा। रामजी भाई का सबसे पहला और बड़ा सामाजिक काम यही है कि कोई परलोक सिधारा नहीं कि रामजी भाई वहाँ हाजिर। कभी-कभी तो एक ही दिन में एक के बाद दूसरा और दूसरे के बाद तीसरा भी। यदि ऐसे किसी दिन आपने रामजी भाई के घर पर फोन करके पूछा कि ‘वे अभी तक लौटे नहीं क्या’, तो आपको विद्या बेन का यह मजेदार उत्तर सुनना नसीब हो सकता है कि ‘वह वहीं किसी मुर्दा के साथ लेट गया होगा।’ अब भला, क्या करें रामजी भाई भी, मरने वालों को तो रोका या टाला नहीं जा सकता न।अब आप सोच रहे होंगे कि भला इसमें कौन सा सामाजिक काम हुआ? दरअसल दोस्तों, बात यह है कि अमेरिका में केवल जीना ही महँगा नहीं है, मरना भी महँगा है। मरने का मतलब है, कम से कम पन्द्रह सौ डालर यानी कि पैसठ हजार का खर्चा। यह खर्चा रामजी भाई की संस्था उठाती है। जिन बहुत से मायनों में अमेरिका एक अद्भूत देष है, उन्हीं बहुत से मायनों में से एक मायना यह भी है कि आपको जगह-जगह पर विज्ञापन के ये बड़े-बड़े होर्डिंग्स पढ़ने को मिल जायेंगे कि “सस्ते में दाह संस्कार के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें।” सावधान। ये विज्ञापन किसी समाजिक और धार्मिक ट्रस्ट के नहीं होते, कम्पनियों के होते हैं। यदि कोई चाहे, तो वह इन कम्पनियों में अपने ‘बिजली संस्कार’ की एडवांस बुकिंग भी करा सकता है। इससे परिवार के जीवित लोग ‘बेवजह की परेषानियों’ से बच जाते हैं। क्या आप अनुमान लगा सकते है कि सचमुच में रामजी भाई कितने परिवारों को परेषानियों से बचा रहे हैं? और हाँ, मृत आत्माओं को भी। ईष्वर उन्हें लम्बी उम्र दे, और उनकी पत्नी विद्या बेन को भी।

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